बार बार एक दूसरे को कहते रहे " ऐसा क्यों, वैसा क्यों , क्यों होता है, क्यों किया जाता है ....."
शायद 'अपने आपसे' दोनों ने
कभी एक बार भी नहीं पूछा " ऐसा क्यों, वैसा क्यों, क्यों होता है, क्यों किया जाता है......"
बस यही बात "बात यहाँ तक ले आयी....
और इन चंद सवालों ने ढेर सारे सवालों को जन्म दे दिया.....
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